दिल-ओ-ज़हन ...


दिल

जिस चीज़ को

'हाँ' कहता है ...



जेहन

उसी को

कहता है 'ना'...



इश्क में

'उफ़' ये

खुद ही से लड़ना ...



एक सज़ा है...




सीने में ...

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